कलम पीट उनके अब ढ़ोल
कर घोटाले बारी-बारी,
काटी जिन्होंने जेब हमारी,
जो बस गये विदेशों मे जाकर,
करके बोरिया बिस्तर गोल।
कलम, पीट उनके अब ढ़ोल ।
गिर गयी मूर्ति ... गिरने दो
पुल धंस गया ... धंसने दो
हुआ रेल हादसा ... होने दो
इन्ही लोगों ने ले लीना मेडलवा मोरा
हो जी हो मेडलवा मोरा…… मेडलवा मोरा …
कल उद्घाटन था आज इक हादसा हुआ
देखते ही देखते पुल ढ़ह गया
कल उद्घाटन था ......
The termite resigned
Having hollowed out the edifice
He had accomplished the mission
दीमक ने इस्तीफा दे दिया
पेड़ को खोखला करने के बाद
उसका कार्य हो चुका था सिद्ध
साथी दीमकों ने तालियां बजाईं
आंसु गॅस भरी हैं किसानों की राहें
कोई उन से कह दें के दिल्ली ना जायें
आंसु गॅस भरी हैं ....
राजसम्मान बनाम आत्मसम्मान
सतीश अग्निहोत्री
विजयी मुद्रा में
रण से लौटते राजा ने
मत कहो अतिथि ने, आमंत्रण को, किया मना है
यह तो पूरे तंत्र की आलोचना है
यह खबर देखी नहीं पर सुबह से
क्या करोगे, इस खबर को क्या देखना है?
सन्नाटा है क्यूं बरपा एक छलांग ही तो मारी है
देश छोड़के नहीं भागा, गद्दारी नहीं की है ....
सन्नाटा है क्यूं बरपा ...
आपके सेलफोन में कोई रहता है
त रा रा रा रा .. हम नहीं कहते ऍपल खुद कहता है
आपके सेलफोन में कोई रहता है
वह सत्ता पर काबिज नहीं है
फिर भी वह रावण है
नहीं दिया सोने के हिरण का झांसा जनता को
फिर भी वह रावण है
दिखी नोएड़ा के जंगलों में, दो नयी प्रजातियां
एक गोदी लोमड़ी, एक गोदी भेड़िया