Satish Balram Agnihotri blog - In a Land of Dirt Roads

गलतफहमी की ऐसी हवा बह चली
कि चार जानें हमें अलविदा कह चलीं
पट्टी बेबसी की आंखों पे ऐसी बंधी
किसी भीड़ में एहतियात की कमी ना खली
हवस जीत की हावी हुई इस कदर
कि शराफत को कोई जगह ना मिली
बडे पिछड़े थे जो महज देश बांट पाये
हमें देखो हमने बांटी गली दर गली।

छवि सौजन्य: पिक्साबे

No comments on 'नया युग'

Leave your comment

In reply to Some User
 

You may also be interested in